मंगलवार, फ़रवरी 07, 2012

अग्निपथ... अग्निपथ...अग्निपथ...


...उन्होंने हिमाचल की पत्रकारिता में अपना एक अलग मुहावरा विकसित किया। समाचार पत्रों के बीहड़ में एक संवाददाता के रूप में इस अग्निपथ पर चलकर संपादक तक का सफ़र तय कर वो आगे बढ़ चले हैं..एक सुबह हर बार की तरह गुरूरानी सर का फ़ोन आया की आज ख़ास खबर क्या है... खैर छोडो आज खबर मैं देता हूँ... दैनिक हिंदुस्तान में बतौर स्थानीय संपादक जोइनिंग के समाचार से एकाएक झटका सा लगा..चूँकि वह एक बॉस से ज्यादा एक सुलझे हुए इंसान के अलावा एक बड़े भाई की तरह हैं....आपको शुभकामनायें....

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